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Articles, Personal Diaries and More

आधुनिक लक्ष्मण-रेखाएं
रामायण में अगर कोई एक शब्द जिससे संबंधित घटनाक्रम बाद में अत्यंत संवेदनशील व महत्वपूर्ण बन गया और जि

नर और नारी
सृष्टि ने पृथ्वी पर कई जीव की प्रजातियों में नर और मादा की अलग-अलग उत्पत्ति की। इसके पीछे निहित कारण

सुख-दुःख का चक्कर
यूं तो मनुष्य की चाहतों का कोई अंत नहीं। प्रतिदिन नयी-नयी अनगिनत इच्छाओं को प्राप्त करने का सिलसिला

नयेपन की तालाश
अब इसे मानव का स्वभाव कहें, चाहत या फितरत, वह हर वक्त कुछ नये की तलाश में रहता है। हर किसी चीज में प

जीत-हार का खेल
हर खेल की अंतिम परिणति जीत या हार ही होती है। एक ही समय में, एक ही व्यक्ति या समूह की, जीत व हार दोन

जीवन की अनिश्चितता
क्या कोई भी व्यक्ति अपने अगले पल के बारे में दावे से कुछ भी कह सकता है? बिल्कुल नहीं। संक्षिप्त में

अंडे का फंडा
ये मुर्गी के अंडे को आजकल क्या हो गया है? पिछले कुछ दिनों से इसमें स्वाद की कमी महसूस होती है। इतना

आधुनिकता में उथलापन
मैं आधुनिकता का विरोधी नहीं। मुझे आधुनिक कहलाने में परहेज नहीं, उल्टा अन्य की तरह बनना भी चाहता हूं।

विज्ञापन की दुनिया
विज्ञापन कला है। उसका अपना रचना संसार है। उसकी अपनी विशाल दुनिया है। इस क्षेत्र में सृजनशीलता है। यह

जनसैलाब की मानसिकता
आधुनिक युग ने मनुष्य के भावनात्मक पक्ष को सर्वाधिक प्रभावित किया है। जीवन मशीन बन चुका है। लोगों के